हिमाचल प्रदेश के नौ लाख सेब बागवानों को कार्टन और पैकिंग ट्रे महंगी मिलने से महंगाई का बड़ा झटका लगा है . सरकार के उपक्रम एचपीएमसी ने कार्टन के दाम पिछले साल के मुकाबले 15 फीसदी तक बढ़ाकर बड़ा झटका दिया है। यही नहीं इस बार बागवानों को महंगे दामों पर पैकिंग ट्रे भी बाजार से खरीदनी होंगी। पिछले साल बाजार से सस्ते दामों पर निगम ने कंपनियों से पैकिंग ट्रे उपलब्ध करवाई थीं। इस बार कोई भी कंपनी ट्रे उपलब्ध करवाने के लिए आगे नहीं आई। हिमाचल प्रदेश हार्टिकल्चर प्रोड्यूस मार्केटिंग एंड प्रोसेसिंग कॉरपोरेशन (एचपीएमसी) ने इस बार बीस किलो के कार्टन की कीमत 66.78 से लेकर 75.65 रुपये तक, जबकि 10 किलो के कार्टन की कीमत 50.43 रुपये से लेकर 52.40 रुपये तक तय की है।
हिमाचल प्रदेश की दो कंपनियां और गाजियाबाद की एक कंपनी कार्टन मुहैया करवाएगी। बताते हैं कि एचपीएमसी ने पिछले साल बागवानों को 575 रुपये प्रति सौ ट्रे के बंडल बेचे थे, लेकिन इस साल उनको खुले बाजार से यह बंडल 800 रुपये में मिल रहा है। बताते हैं कि कार्टन की आपूर्ति के लिए दो हिमाचल और एक गाजियाबाद की कंपनी के टेंडर मंजूर हुए हैं। एचपीएमसी के महाप्रबंधक हितेष आजाद कहते हैं कि कार्टन के रेट सरकार ने तय कर दिए हैं।

हिमफेड के अध्यक्ष गणेश दत्त ने बताया कि 15 जलाई से सेब खरीद केंद्र खोलने शुरू कर देंगे। सरकार ने अभी सेब खरीद मूल्य भी चालू सीजन के लिए निर्धारित करना हैं। पहले चरण में कम ऊंचाई वाले सेब उत्पादक क्षेत्रों में फल खरीद केंद्र खोले जाने हैं।