पीजीआई चंडीगढ़ ने आयुष्मान भारत योजना के तहत पंजाब के रोगियों का इलाज करने से इंकार कर दिया है कारण यह है कि पंजाब सरकार की और से 21 दिसंबर 2021 से सात महीने का बकाया 16 करोड़ पीजीआई चंडीगढ़ को नहीं दे सका। इस वजह से पीजीआई चंडीगढ़ ने पंजाब के ऐसे रोगियों का इलाज बंद कर दिया है।

पीजीआई ने कहा कि पंजाब से आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थी 1 अगस्त से योजना के तहत लाभ के लिए पात्र नहीं हैं। नए प्रवेश पाने वाले किसी भी लाभार्थी को नियमित रोगियों की तरह उपयोगकर्ता शुल्क का भुगतान करना होगा। योजना के लिए पीजीआई के नोडल अधिकारी द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि अन्य राज्यों के लाभार्थी हमेशा की तरह सेवाओं का लाभ उठाते रहेंगे।

गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, सेक्टर 32 ने इस साल मार्च से पंजाब के मरीजों का इलाज 2.3 करोड़ रुपये जमा होने के बाद रोक दिया था। पंजाब सरकार पर इस योजना के तहत जीएमसीएच, सेक्टर 32, जीएमएसएच, सेक्टर 16 और चंडीगढ़ के निजी अस्पतालों का 3 करोड़ रुपये से अधिक बकाया है।

गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, सेक्टर 32 ने इस साल मार्च से पंजाब के मरीजों का इलाज 2.3 करोड़ रुपये जमा होने के बाद रोक दिया था। पंजाब सरकार पर इस योजना के तहत जीएमसीएच, सेक्टर 32, जीएमएसएच, सेक्टर 16 और चंडीगढ़ के निजी अस्पतालों का 3 करोड़ रुपये से अधिक बकाया है।

आयुष्मान भारत सेहत बीमा योजना 20 अगस्त, 2019 को शुरू की गई थी। इस योजना को पंजाब की कम से कम 65 प्रतिशत आबादी को वित्तीय कवर प्रदान करके स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह प्रति परिवार प्रति वर्ष 5 लाख रुपये का पात्रता-आधारित स्वास्थ्य बीमा कवर है। योजना के तहत सरकारी और पैनल में शामिल निजी अस्पतालों में कैशलेस और पेपरलेस इलाज उपलब्ध है।

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