जलशक्ति विभाग अपने सभी 66 मंडलों की एक-एक पेयजल योजना को अपग्रेड कर 24 घंटे पानी देने वाली योजना में बदलने जा रहा है। शिमला समेत प्रदेश भर में जलशक्ति विभाग के कुल 66 मंडल हैं।
हिमाचल प्रदेश के ग्रामीण इलाकों की पेयजल योजनाओं से अब लोगों को 24 घंटे पीने का पानी मिलेगा। जलशक्ति विभाग अपने सभी 66 मंडलों की एक-एक पेयजल योजना को अपग्रेड कर 24 घंटे पानी देने वाली योजना में बदलने जा रहा है। शिमला समेत प्रदेश भर में जलशक्ति विभाग के कुल 66 मंडल हैं। शुरुआत में कुल 66 पेयजल योजनाओं से 24 घंटे पानी की सुविधा देने की तैयारी है। उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने हाल ही में जलशक्ति विभाग के अधिकारियों की बैठक ली है, जिसमें इस योजना पर काम करने के लिए कहा गया है। उधर, विभाग ने इसके लिए कवायद शुरू कर दी है।
सभी मंडलों के अधिशासी अभियंताओं को अपने क्षेत्र में चल रही एक-एक ऐसी योजना को चयनित करने का जिम्मा दिया है, जिनसे लोगों को 24 घंटे पानी दिया जा सकता है। इसके लिए कितना पैसा चाहिए, इसका प्रस्ताव भी भेजने को कहा है। कई मंडलों से इसके प्रस्ताव आना शुरू भी हो गए हैं। अब बजट जारी होते ही इन पर काम शुरू हो जाएगा। वर्तमान में ग्रामीण इलाकों की ज्यादातर पेयजल योजनाओं से तीसरे और चौथे दिन लोगों को पानी मिलता है। गर्मियों के दिनों में हफ्ते में एक दिन पानी आता है। यदि सरकार की यह योजना धरातल पर उतरती है, जो हजारों लोगों को राहत मिल सकती है।
जिला स्तर पर भी बनेगी 24 घंटे पानी देने की योजना
जिला स्तर पर भी एक-एक पेयजल योजना को 24 घंटे पानी देने लायक बदला जाएगा। इसका जिम्मा अधीक्षण अभियंता को दिया गया है।
मंडल स्तर पर एक-एक पेयजल योजना को 24 घंटे पानी देने वाली योजना में बदला जाना है। इस पर काम शुरू कर दिया गया है।