राष्ट्रीय राजमार्ग 707 हिमाचल का ऐसा प्रोजेक्ट है जो निर्धारित समय से पहले पूर्ण हो जाएगा, और यह हिमाचल का ऐसा पहला प्रोजेक्ट होगा, जिसमे राष्ट्रीय राजमार्ग द्वारा तेजी से कार्य किया जा है।
राष्ट्रीय राजमार्ग 707 हिमाचल का ऐसा प्रोजेक्ट है जो निर्धारित समय से पहले पूर्ण हो जाएगा, और यह हिमाचल का ऐसा पहला प्रोजेक्ट होगा, जिसमे राष्ट्रीय राजमार्ग द्वारा तेजी से कार्य किया जा है। यह जानकारी सेंट्रल इंजीनियरिंग सड़क सेवा प्रशिक्षण शिविर के दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग 707 के अधिशासी अभियंता अनुज जैन ने कही। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण शिविर के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से विशेष मुलाकात की गई है। जिसमे उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग 707 पर तेजी से कार्य के लिए राजमार्ग प्राधिकरण की सराहना की है।
अधिशासी अभियंता अनुज जैन ने बताया की राष्ट्रीय राजमार्ग 707 को पांच भागों में बाटा गया है तथा पांचों साइटों पर दिनरात कार्य चल रहा है। प्रोजेक्ट डायरेक्टर विवेक पांचाल के सानिध्य में राष्ट्रीय राजमार्ग 707 प्रोजेक्ट को तय सीमा पूर्ण होने से पहले पूर्ण कर लिया जाएगा, मौका पर डीपीआर के मुताबिक बेहतर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस परियोजना के लिए स्थानीय लोगों सहित प्रशासन का पूरा सहयोग मिल है, जिसके फल स्वरूप 70 प्रतिशत कार्य पूर्ण कर लिया गया है। राजमार्ग प्राधिकरण की पूरी टीम युवा है और युवा अधिकारियों के बेहतरीन प्रदर्शन के लिए द्रोपदी मुर्मु ने अधिशासी अभियंता अनुज जैन सहित प्रोजेक्ट डायरेक्टर विवेक पांचाल की टीम को बधाइयां दी है।
मुलाकात के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राजमार्ग प्राधिकरण 707 के अधिशासी अभियंता अनुज जैन से राजमार्ग 707 पर पूरी जानकारी ली तथा जल्द कार्य को पूर्ण करने के लिए जहां प्रेरित किया वही अच्छे कार्य करने की प्रशंसा भी की है। भारतीय केंद्रीय इंजीनियरिंग सेवा (सड़क) के सहायक कार्यकारी अभियंता प्रशिक्षुओं ने राष्ट्रपति भवन में भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की। सेंट्रल इंजीनियरिंग सर्विसेज के अधिकारियों में एनएच 707 के सहायक कार्यकारी अभियंता अनुज जैन भी मौजूद रहे। इससे पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने प्रशिक्षण शिविर के दौरान अधिकारियों को संबोधित करते हुए बताया कि किसी राष्ट्र के आर्थिक विकास और विकास के लिए सड़क संपर्क और बुनियादी ढांचा महत्वपूर्ण है। हाल के वर्षों में सरकार ने नए राजमार्गों के निर्माण और मौजूदा राजमार्गों के उन्नयन के लिए महत्वपूर्ण पहल की हैं।
इससे माल का तेजी से परिवहन सुनिश्चित होगा और लोगों के लिए बेहतर कनेक्टिविटी सुनिश्चित होगी और रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। सेंट्रल इंजीनियरिंग सर्विसेज के अधिकारियों की यह जिम्मेदारी है कि वे सुनिश्चित करें कि उनके द्वारा शुरू की जाने वाली बुनियादी ढांचा परियोजनाएं ऊर्जा कुशल, पर्यावरण के अनुकूल और टिकाऊ हों। उन्होंने उनसे सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए सर्वोत्तम इंजीनियरिंग और तकनीकी समाधानों को नए तरीके से लागू करने का आग्रह किया। राष्ट्रीय राजमार्ग 707 के अधिशासी अभियंता अनुज जैन ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राजमार्ग प्राधिकरण की तमाम टीम को बेहतरीन कार्य करने के लिए प्रशंसा की है।
मुलाकात के दौरान उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग पर ही रही कार्य प्रगति और समस्याओं पर जानकारियां प्रदान की है। निर्धारित समय टीम से पहले राष्ट्रीय राजमार्ग 707 पर 70 प्रतिशत कार्य पूर्ण किया गया है। इसलिए उम्मीद की जा रही है कि राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा दी गई निर्धारित समय सीमा से पहले कार्य पूर्ण कर दिया जाए। इस मौके पर भारतीय नौसेना सामग्री प्रबंधन सेवा के अधिकारी, भारतीय डाक और दूरसंचार लेखा और वित्त सेवा के अधिकारी प्रशिक्षुओं ने भी राष्ट्रपति भवन में भारत की राष्ट्रपति, द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की तथा प्रोजेक्ट के बारे में अवगत करवाया गया है।