इस बार बोर्ड की परीक्षा में शिक्षा विभाग के अधिकारियों की पैनी नजर रहेगी। शिक्षा विभाग ने बोर्ड परीक्षा शुरू होने से पहले ही स्कूल प्रशासन को स्कूल परिसर और परीक्षा केंद्रों में सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश दिए हैं, साथ ही जिन स्कूलों में कैमरे खराब हैं, उन्हें ठीक करवाने को कहा गया है। स्कूलों में जो सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, उन कैमरों को इंटरनैट के साथ जोड़ने को कहा गया है ताकि बोर्ड परीक्षा के दौरान स्कूल प्रधानाचार्य सहित शिक्षा निदेशालय के अधिकारी भी छात्रों पर नजर रख सकें। सूत्रों की मानें तो इस बार शिक्षा विभाग स्वयं उड़नदस्तों को तैयार करेगा। इसके लिए विभाग ने जिलों से इंस्पैक्शन की टीम की सूची मांगी है। सूची आने के बाद टीम का गठन कर लिया जाएगा। बीते वर्ष जिला स्तर पर ही टीमों का गठन किया गया था।
बजट के लिए शिक्षा निदेशालय को भेजें पत्र
शिक्षा विभाग ने सभी स्कूल प्रधानाचार्यों को निर्देश दिए हैं कि यदि स्कूलों में सीसीटीवी कैमरे खराब हैं या फिर अन्य किसी कारण से क्रियाशील नहीं हैं तो ऐसे में शिक्षा निदेशालय को इस बारे अवगत करवाया जाए। स्कूलों को सीसीटीवी के लिए अलग से बजट का प्रावधान किया जाएगा। स्कूल इसके बजट के लिए निदेशालय को पत्र भेेज सकता है। गौर हो कि मार्च माह में राज्य में बोर्ड परीक्षाएं शुरू हो रही हैं। ऐसे में इन परीक्षाओं में नकल पर शिकंजा कसने के लिए शिक्षा विभाग ने अभी से तैयारी कर ली है।