शिलाई क्षेत्र के लोग आजकल किस तरह का जीवन जी रहे हैं यह जानना हो तो एक बार पाँवटा साहिब से शिलाई तक का सफर करके देखें। तब आपको पता चल जायेगा कि शिलाई की जनता कैसे आए दिन जान हथेली पर रखकर सफर कर रही है।
उपर से 2 से 3 दिनों तक बड़े वाहनों के लिए यातायात बंद होना आम आदमी की मुश्किलें और बढ़ा रहा है। जानकारी के मुताबिक शिलाई क्षेत्र में बद्रीपुर से गुम्मा एनएच 707 के विस्तारीकरण का कार्य जोरों पर चला हुआ है। जाहिर तौर पर जब क्षेत्र के विकास के लिए कोई कार्य होते हैं तो उस कार्य के दौरान दिक्कतें भी आती है और जनता को उसे थोड़ा बहुत सहना भी पड़ता है।
लेकिन यदि शिलाई क्षेत्र की बात की जाए तो यहां पर कार्य कर रही कंपनियां इतनी बेलगाम हो चुकी है कि वह बेतरतीब तरीके से इस तरह से कटिंग का कार्य कर रही है कि आए दिन कहीं ना कहीं पहाड़ खिसक रहे हैं तो कहीं सड़क टूट रही है। जिससे कई बार घंटो तो कई बार दिनों तक यातायात अवरुद्ध रहता है। यही हाल पिछले 3 दिन पहले टिंबी और शिलाई के मध्य गंगटोली के पास हुआ है। यहां तीसरे फेस पर रूदनव इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी काम कर रही है। तीन दिन पूर्व यहां ऊपर से चट्टानें गिरने के कारण सड़क का आधा हिस्सा टूट कर नीचे खड्ड में समा गया।
जिस कारण पिछले लगभग 72 घंटों से अधिक समय से बस, ट्रक व मालवाहक वाहनों की आवाजाही पूरी तरह ठप्प है। मात्र छोटे वाहन आवागमन कर पा रहे हैं। स्थानीय लोगों का यह कहना है कि उन्हें शक है कि मौके पर ब्लास्टिंग हुई है तभी बड़ी बड़ी चट्टानें खिसकी और सड़क को तोड़ गई। जबकि इस रोड़ पर ब्लास्टिंग पर पाबंदी है।
ऐसे में समझ सकते हैं कि क्षेत्र के लोग जिनका दिन में आवागमन रहता है वह कितनी परेशानियों से जूझ रहे होंगे। इसके साथ ही क्षेत्र में खाद्य आपूर्ति भी प्रभावित होने लगी है। मौके पर पेट्रोल और डीजल के टैंकर भी फंसे हैं। इसके साथ ही खाद्यान्न वस्तुओं को ले जाने वाले वाहन भी पिछले 2 दिनों से घटनास्थल पर रुके पड़े हैं। आज यानी मंगलवार को गंगटोली के पास जहां सड़क टूट चुकी है, थोड़ी बहुत बची है, वहां पर तीसरे दिन एक कंप्रेशर जरूर लगाया गया है जो चट्टानों में होल कर रहा है। निश्चित तौर पर होल के बाद यहां पर ब्लास्टिंग होगी जिसके बाद सड़क को थोड़ा चौड़ा किया जा सकेगा। फिलवक्त मंगलवार दोपहर के बाद तक भी बड़े वह मालवाहक वाहन और बसें इस रोड से नहीं गुजर पा रही है। ऐसे में आप समझ सकते हैं कि दुर्गम ग्रामीण क्षेत्र के लोग किस प्रकार की दिक्कतें झेल रहे हैं। साफ तौर पर देखा जा सकता है कि जिस प्रकार की लापरवाह कार्यप्रणाली कंपनियों की सामने आ रही है और प्रशासन की तरफ से भी कुछ खास दिशा निर्देश मौके पर दिखाई नहीं दे रहे हैं उससे लगता है कि अभी इस समस्या से जल्द निजात नहीं मिलने वाली।
इस दौरान शिलाई से पांवटा साहिब के लिए पेशेंट लेकर निकली एक एंबुलेंस भी काफी देर तक जाम में फंसी रही।ऐसे में हिमाचल प्रदेश सरकार में क्षेत्र के नुमाईंदे उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान से जनता को बड़ी उम्मीदें है कि वह इस और ध्यान देकर जनता की समस्या दूर करेंगे। उधर, इस बारे डीसी सिरमौर राम कुमार गौतम ने कहा कि उन्हे फिलहाल इसकी जानकारी नहीं है, एसडीएम से मौके की रिपोर्टं मंगवाई है।