नशा मुक्त भारत अभियान सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के माध्यम से पांवटा कॉलेज में कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें मुख्यातिथि एसडीएम पांवटा समेत विभिन्न वक्ताओं ने नशे के जीवन में प्रभाव के बारे में बताया। नशा त्याग चुके कुछ लोगों ने अपने अनुभव साझा कर और नशे से बचने के बारे में बताया। कॉलेज के विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यम से जागरूक किया। पांवटा कॉलेज के प्राचार्य डॉ. विभव कुमार शुक्ला ने कार्यक्रम के मुख्यातिथि, विशिष्ट अतिथि व अन्य मेहमानों का स्वागत किया। मुख्यातिथि की ओर से दीप प्रज्वलन के बाद स्वागत गीत की प्रस्तुति हुई।
इसके बाद कॉलेज के विद्यार्थियों ने लघु नाटिका व अन्य कार्यक्रमों के माध्यम से नशा की आदत से जीवन ही बर्बाद होने का संदेश दिया। कार्यक्रम के मुख्यातिथि एसडीएम गुंजीत सिंह चीमा ने कहा कि नशे की समस्या से मुक्त कराने के लिए एक सामूहिक प्रयास और समग्र दृष्टिकोण की आवश्यकता है। नशा जीवन को बर्बाद करता है। शुरू में तो दुख या खुशी के बहाने ड्रग व अन्य नशे कर लेते हैं। मादक पदार्थों का उपयोग करने वालों एवं उनके परिवारों को कई दिक्कतों से जूझना पड़ता है। नशा एक गंभीर समस्या है, जो बड़ी संख्या में लोगों को प्रभावित करती हैइस दौरान मुख्य वक्ता डॉ. नवदीप धीमान व थाना प्रभारी पांवटा देवी सिंह नेगी ने कहा कि नशीले पदार्थों के सेवन से पीड़ित व्यक्ति को कई तरह की उपेक्षा का सामना करना पड़ता है।
आदत लगने पर कई बार तो चोरी व वारदातों को अंजाम देने लगते हैं। मादक पदार्थों की चपेट में आए पीड़ितों की सामाजिक और भावनात्मक उपचार के साथ मदद करना जरूरी है। कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता पहुंचे मोटिवेशनल स्पीकर व कमरऊ पंचायत प्रधान मोहन ठाकुर, तहसील कल्याण अधिकारी सुमन शर्मा, प्रो. अमिता जोशी व सोहन सिंह थापा ने युवाओं को ऊंचा लक्ष्य रखने की बात कही। नशा करने वाले को अकसर पारिवारिक एवं सामाजिक अलगाव और लोगों की उपेक्षा का सामना करना पड़ता है। कार्यक्रम के दौरान मंच संचालन प्रो. दीपा चौहान ने किया। इस अवसर पर तहसीलदार ऋषभ शर्मा, एसएचओ देवी सिंह नेगी, तहसील कल्याण अधिकारी सुमन शर्मा, डॉ. डीएस तोमर, डॉ. विवेक नेगी, डॉ. जयचंद शर्मा, प्रो. दीपा चौहान, नंदनी कंवर, प्रो. अमिता जोशी, सोहन सिंह और मोहन ठाकुर मौजूद रहे।