राजधानी में आवारा कुत्तों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला ढली टनल के पास सामने आया है, जहां आज सुबह स्कूल जा रहे एक छात्र पर 8 से 10 कुत्तों के झुंड ने हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया। घटना के बाद गुस्साए परिजन नगर निगम कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए और प्रशासन की लापरवाही पर सवाल उठाए। पीड़ित बच्चे के पिता कर्मचंद भाटिया ने बताया कि उनका बेटा रोज की तरह स्कूल जा रहा था, तभी ढली टनल के पास अचानक कुत्तों के झुंड ने उस पर हमला कर दिया और बुरी तरह नोच डाला।

उन्होंने कहा कि यह पहली घटना नहीं है कि हर रोज शहर में बुजुर्गों, बच्चों और पर्यटकों पर आवारा कुत्तों और बंदरों के हमले हो रहे हैं, लेकिन नगर निगम के सभी दावे कागजों तक सीमित हैं। इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए नगर निगम शिमला के मेयर सुरेंद्र चौहान ने स्वीकार किया कि कुत्तों के काटने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि नगर निगम जल्द ही कुत्तों की नसबंदी का कार्य आउटसोर्स करने जा रहा है। यह मामला आगामी नगर निगम हाउस में भी उठाया जाएगा और एनिमल एक्ट के तहत इस समस्या का हल निकालने का प्रयास किया जाएगा।