भगवान परशुराम की शोभायात्रा में हुए शामिल
सिरमौर जिला का ऐतिहासिक व उत्तर भारत में ख्याति प्राप्त अंतरराष्ट्रीय श्री रेणुका जी मेले का शुभारम्भ वीरवार को मुख्य सचिव आर.डी. धीमान ने किया। उन्होंने ददाहू में भगवान परशुराम की पालकी उठाकर शोभा यात्रा में भाग लिया इसके पश्चात, उन्होंने भगवान परशुराम मंदिर और माता रेणुका जी मंदिर में शीश नवाया तथा खेलकूद प्रतियोगिताओं का शुभारंभ करने के उपरान्त जिला के रेणुका स्थित रेणु मंच में 6 दिवसीय अंतरराष्ट्रीय रेणुका जी मेले की प्रथम सांस्कृतिक संध्या की अध्यक्षता की।
मुख्य सचिव ने कहा कि देवभूमि हिमाचल के सिरमौर जिला में स्थित श्री रेणुकाजी तीर्थ पुरातन भारतीय संस्कृति से जुड़ा आस्था और श्रद्धा का ऐसा केंद्र बिंदु है जहां आज भी हमारी समृद्ध परंपराओं की झलक देखने को मिलती है। प्रबोधिनी एकादशी से पूर्व दशमी के दिन प्रतिवर्ष भगवान विष्णु के अवतार भगवान परशुराम अपनी माता श्री रेणुकाजी से मिलने आते हैं, इसी दिन से यह लोक उत्सव आरंभ होता है। मॉं बेटे के भव्य मिलन का ऐसा अलौकिक दृष्य शायद की कहीं पर देखने को मिलता हो। यह मेला मां बेटे के पवित्र रिश्ते का धौतक है।
आर.डी. धीमान ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय रेणुका मेला प्रदेश के महत्वपूर्ण मेलों में से एक है, जिसमें भगवान परशुराम और माता रेणुका के मिलन को दर्शाया गया है। उन्होंने कहा कि यह मेला न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है बल्कि राज्य को समृद्ध संस्कृति का भी प्रतीक है। उन्होंने कहा कि मेले और त्यौहार हमारे समृद्ध सांस्कृतिक भंडार का अभिन्न अंग हैं और आने वाली पीढ़ियों के लिए इसे संरक्षित करने के लिए ठोस प्रयास किए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि यह देखकर खुशी होती है कि प्रदेश के लोग मेलों व त्यौहारों मंे बढ़चढ़ कर भाग लेते हैं। इससे हमारी परम्पराओं और समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को बल मिलता है।
उपायुक्त सिरमौर एवं अध्यक्ष श्री रेणुकाजी विकास बोर्ड आर.के. गौतम ने मुख्य अतिथि को स्मृति चिन्ह तथा डांगरा प्रस्तुत कर सम्मानित किया।
इससे पूर्व उपायुक्त ने स्वागत करते हुए कहा कि छः दिनों तक चलने वाले इस मेले में हर रोज हजारों श्रद्धालु आते हैं। इस बात को ध्यान में रखते हुए मेले के दौरान अनेक गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं। इनमें खेल प्रतियोगिताएं व महिलाओं व पुरूषों के लिये अलग अलग दंगल करवाए जा रहे हैं। दर्शकों का स्वस्थ मनोरंजन हो, इसके लिये मेले की सभी सांस्कृतिक संध्याओं को आकर्षक बनाने के प्रयास किये गये हैं। सिने जगत के पार्श्व गायकों को आमंत्रित किया गया है। हिमाचली लोक संस्कृति के दर्शन रेणु मंच से बखूबी होंगे। हमने स्थानीय कलाकारों को विशेष अधिमान दिया है। उन्होंने कहा चूंकि सूबे में विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया जारी है और लोगों को भारतीय निर्वाचन आयोग के स्वीप कार्यक्रम की जानकारी देने के प्रयास किये जा रहे हैं। इसी उद्देश्य से 5 नवम्बर को 3000 महिलाओं की महानाटी का आयोजन किया गया है। स्वीप थीम पर आधारित इस महानाटी के माध्यम से जनमानस को मतदान के लिये प्रेरित किया जाएगा।
श्री रेणुकाजी विकास बोर्ड का सतत प्रयास रहा है कि आस्था और श्रद्धा से जुड़े इस रमणीक स्थल को श्रद्धालुओं के लिए सुविधाजनक बनाया जाए। इसके लिए हर वर्ष आवश्यक कदम उठाए गए हैं, ताकि इस पर्यटन स्थल पर आने वाले यात्रियों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध हो सकें। उन्होंने 6 दिवसीय मेले में आयोजित होने वाली विभिन्न गतिविधियों की विस्तृत जानकारी भी दी।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक रमन कुमार मीणा, अतिरिक्त उपायुक्त मनेश कुमार यादव, एस.डी.एम. नाहन एवं सदस्य सचिव श्री रेणुकाजी विकास बोर्ड रजनेश कुमार, मुख्य कार्यकारी अधिकारी दीप राम शर्मा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी तथा गणमान्य लोग भी उपस्थित थे।
.0.