ट्रेन सेट (सेल्फ प्रोपेल्ट हाइड्रोलिक मल्टीपल यूनिट) का कालका और शिमला के बीच ट्रायल करने के लिए आरडीएसओ (अनुसंधान अभिकल्प एवं मानक संगठन) की टीम लखनऊ से पहुंच गई है।

कालका-शिमला हेरिटेज रेलवे ट्रैक पर स्पेशल ट्रेन 28 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ेगी। ट्रेन सेट (सेल्फ प्रोपेल्ट हाइड्रोलिक मल्टीपल यूनिट) का कालका और शिमला के बीच ट्रायल करने के लिए आरडीएसओ (अनुसंधान अभिकल्प एवं मानक संगठन) की टीम लखनऊ से पहुंच गई है। ट्रेन सेट को ट्रायल के लिए कालका से शिमला तक अप और डाउन में चलाया जाएगा। रफ्तार बढ़ाने के ट्रायल के लिए बुधवार को ट्रेन सेट में सेंसर फिट किए जाएंगे। कालका से शिमला के लिए खाली ट्रेन सेट 20 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चलाया जाएगा।

इसके बाद शिमला और कैथलीघाट के बीच 20 से 28 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार पर ट्रायल किया जाएगा। मार्च माह तक ट्रेन सेट का ट्रायल जारी रहेगा। आरडीएसओ लखनऊ की टीम ट्रायल पूरा होने के बाद अपनी रिपोर्ट रेलवे बोर्ड को सौंपेगी। रेलवे बोर्ड के अनुमति के बाद 28 किलोमीटर की रफ्तार से ट्रेन सेट का संचालन शुरू होगा।

देश में पहली बार नैरोगेज ट्रैक पर दौड़ेगा ट्रेन सेट

देश में पहली बार नैरोगेज ट्रैक पर ट्रेन सेट चलाने की तैयारी है। रेल मंत्रालय ने कालका-शिमला हेरिटेज रेलवे ट्रैक पर रेल मोटरकार के स्थान पर 60 सीटर ट्रेन सेट चलाने का फैसला लिया है। आईसीएफ चेन्नई में तैयार किया गया ट्रेन सेट जनवरी माह में कालका पहुंच गया था।

इंजन रहित ट्रेन कहलाता है ट्रेन सेट

ट्रेन सेट को इंजन रहित ट्रेन भी कहते हैं क्योंकि इसमें कोच के अंदर ही इंजन लगे होते हैं। ट्रेन सेट में सुविधाजनक सीटों के अलावा, एसी, हीटर, एलईडी व डिस्प्ले बोर्ड की सुविधा भी उपलब्ध है। रेल मोटर कार के विकल्प के तौर पर चलाए जाने वाले ट्रेन सेट के तीनों कोच वेस्टिबुल (आपस में जुड़े) हैं। यात्री गाड़ी से उतरे बिना ही एक कोच से दूसरे में जा सकते हैं।

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