खाद्य नागरिक एवं उपभोक्ता मामले विभाग के संयुक्त सचिव रविंद्र ठाकुर ने बताया कि इसी महीने उपभोक्ताओं को 15 किलो आटा और 8 किलो चावल दिया जा रहा है।

प्रदेश सरकार ने हिमाचल के साढ़े 19 लाख राशनकार्ड धारक परिवारों के लिए राशन का कोटा बढ़ाया है। उपभोक्ताओं को इसी महीने से ही राशन डिपुओं में 15 किलो आटा और 8 किलो चावल देने के निर्देश दिए हैं। वर्षों बाद उपभोक्ताओं को इतना राशन मिल रहा है। पहले उपभोक्ताओं को 7 किलो तक चावल और 13 किलो तक आटा प्रति राशनकार्ड दिया जाता रहा है। हिमाचल में फर्जी राशनकार्ड को ब्लॉक करने की मुहिम चल रही है।

हजारों लोग ऐसे पाए गए हैं, जिनकी राशनकार्ड में डबल एंट्री हुई है। पंचायतों और डिपो से इन लोगों का रिकॉर्ड मांगा जा रहा है। डबल एंट्री पाए जाने पर इन्हें ब्लॉक किया जा रहा है। खाद्य नागरिक एवं उपभोक्ता मामले विभाग का यह भी मानना है कि फर्जी राशनकार्ड बंद होने से आटा और चावल बच रहा है, ऐसे में उपभोक्ताओं को ज्यादा राशन दिया जा रहा है। प्रदेश सरकार की ओर से राशनकार्ड धारक उपभोक्ताओं को चार में से तीन दालें दी जा रही हैं। इसमें मलका, माश, दाल चना और मूंग शामिल है।

इनमें से उपभोक्ता पसंद की तीन दालें ले सकते हैं। इसके साथ ही दो लीटर तेल (रिफाइंड और सरसों), चीनी और एक किलो नमक पर प्रदेश सरकार सब्सिडी दे रही है, जबकि आटा और चावल केंद्र सरकार सब्सिडी पर उपलब्ध कराती है।

खाद्य नागरिक एवं उपभोक्ता मामले विभाग के संयुक्त सचिव रविंद्र ठाकुर ने बताया कि इसी महीने उपभोक्ताओं को 15 किलो आटा और 8 किलो चावल दिया जा रहा है। खाद्य आपूर्ति निगम के गोदामों और डिपुओं में आटा और चावल बच रहा है। ऐसे में यह उपभोक्ताओं को दिया जा रहा है।

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