हिमाचल प्रदेश की ऊंची चोटियों पर सोमवार देर शाम ताजा बर्फबारी हुई। शिमला समेत अन्य क्षेत्रों में बीती रात से मूसलाधार बारिश जारी है। बीते 24 घंटे के दौरान शिमला, सोलन और सिरमौर के कई क्षेत्रों में ओलावृष्टि हुई। इससे फसलों को भी नुकसान हुआ है।

मिली जानकारी के अनुसार, शिमला के कुफरी, नारकंडा, खड़ापत्थर और चौपाल के खिड़की में 2 इंच बर्फ गिरी। सिरमौर जिले के चूड़धार में 6 इंच और चंबा के पांगी, भरमौर की ऊंची चोटियों पर भी बर्फबारी हुई। ताजा बर्फबारी से प्रदेश में शीतलहर चलनी शुरू हो गई है।

शिमला के नारकंडा में देर रात गिरी बर्फ

आमतौर पर ऐसे गर्म मौसम में बर्फबारी नहीं होती। फिर भी 20 मार्च को बर्फबारी ने लोगों को चौंकाया। किन्नौर, लाहौल स्पीति, चंबा और शिमला जिले के ऊंचे क्षेत्रों का पारा माइनस में चला गया है, जबकि प्रदेश के ज्यादातर शहरों में इन दिनों अधिकतम तापमान 25 डिग्री 33 डिग्री के बीच रहता था।

फ्लावरिंग के समय तापमान गिरने से बागवान चिंतित

प्रदेश के कई शहरों में 5 दिन पहले के मुकाबले तापमान में आज 8 से 10 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। इससे फलों की फ्लावरिंग और सेटिंग पर बुरा असर पड़ा है। तापमान गिरने की वजह से पॉलिनेशन (परागण) प्रक्रिया प्रभावित हो रही है। फ्लावरिंग के दौरान तापमान में उतार-चढ़ाव और कमी नुकसानदायक होती है।

प्रदेश में 2 दिन से कई शहरों में हो रही बारिश हो रही है। इससे किसान-बागवानों ने राहत की सांस ली है, क्योंकि प्रदेश में मार्च के पहले 19 दिन में सामान्य से 73 फीसदी कम बारिश हुई। इसका किसान-बागवानों की फसलों पर बुरा असर पड़ा है। पानी के स्रोतों में जल स्तर में भी गिरावट दर्ज की गई। ऐसे में लोगों को अब सूखे से भी राहत मिली है।

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