
जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में गुरुवार सुबह हुई मुठभेड़ में शहीद हुए निशांत मलिक का पार्थिव शरीर शनिवार को हांसी के आदर्श नगर स्थित उनके घर पहुंचा। यहां से पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव ढंढेरी में ले जाया जाएगा। जहां निशांत मलिक का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार होगा।
निशांत जुलाई में अपनी छुट्टी पूरी करके वापस ड्यूटी पर गए थे। वह करीब ढाई साल पहले ही भारतीय सेना में भर्ती हुए थे। सेना में भर्ती होने के बाद उनकी पोस्टिंग जम्मू-कश्मीर के राजौरी में हुई थी। गश्त के दौरान आतंकियों द्वारा उनके कैंप पर हमला कर दिया गया। जिसमें निशांत आतंकियों का मुकाबला करते हुए शहीद हो गए।
निशांत के पिता जयवीर भी आर्मी से हवलदार के पद से रिटायर्ड हुए हैं। निशांत के पिता कारगिल युद्ध में गोली लगने से घायल हो गए थे। वे आर्मी कैंट में हो रहे सम्मान समारोह में भाग लेने के लिए गए हुए थे। इसी दौरान आर्मी के अफसरों ने निशांत के शहीद होने की जानकारी उन्हें दी थी।